Uttar Pradesh: एक दिल दहला देने वाली घटना उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजीपुर से सामने आई है। बच्ची को एक निर्दयी मां ने गंगा में एक लकड़ी के बक्से में रखकर बहा दिया। इतना ही नहीं देवी-देवताओं की फोटो उसने उसमें लगा दी। जब उस बॉक्स को ग्रामीणों ने खोला तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं। जब बॉक्स से बच्ची को लोगों ने बाहर निकाला तो वह बिल्कुल सुरक्षित थी।
गाजीपुर शहर के ददरी घाट का यह मामला है। गंगा में तैरते हुए लकड़ी के बक्से में मंगलवार को एक बच्ची मिली है। कई देवी-देवताओं के फोटो बक्से पर लगे हैं। एक जन्म कुंडली भी बक्से के अंदर रखी है। जिसमें उसका नाम गंगा लिखा था। बच्ची बिल्कुल सुरक्षित है। उसे आशा ज्योति केंद्र पुलिस ले गई। लोग बच्ची मिलने की सूचना पर वहां जुट गए।
सदर कोतवाल विमल मिश्रा के अनुसार ददरी घाट पर गंगा किनारे एक लकड़ी के बक्से से बच्चे के रोने की आवाज आई। नाविक ने आवाज सुनी और जाकर देखा तो एक बच्ची बक्से में रो रही थी।
हैरानी लोगों को तब हुई जब देवी-देवताओं के लगे फोटो पर नजर गई। साथ ही एक जन्म कुंडली भी मिली है। नाविक मासूम को अपने घर ले गया। बच्ची को उसके परिजन पालना चाहते थे। पर लोगों ने पुलिस को मामले की सूचना दी। बच्ची को पुलिस आशा ज्योति केंद्र ले गई।
बता दें कि अपने अनैतिक कृत्यों को छुपाने के लिए आए दिन ऐसे निर्दयी मां-बाप लिंग भेद के लिए नदी-नालों, झाड़ियों, सड़कों में नवजात को फेंक देते हैं।
ऐसे बेरहम माता-पिता की प्रशासन को पहचान कर प्रभावी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी सजा देनी चाहिए ताकि ऐसा करने से पहले कोई भी लाख बार सोचे।
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