महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि उसने 577 बच्चों की पहचान की है जो कोविड -19 महामारी से अनाथ हो गए हैं और उन्हें सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं।
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने 577 बच्चों की पहचान की है जो कोविड -19 महामारी से अनाथ हो गए हैं और उन्हें सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं, मंत्रालय के सूत्रों ने मंगलवार को इंडिया टुडे टीवी को बताया।
सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय कोविड-19 संबंधित जटिलताओं के कारण अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद अनाथ बच्चों के संबंध में सभी राज्यों के साथ लगातार संपर्क में है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सहायता प्रदान करने के लिए प्रति जिले में 10 लाख रुपये का बजट है।
सूत्रों ने कहा कि पहचाने गए बच्चे अपने परिवार के सदस्यों की देखरेख में हैं। मंत्रालय का उद्देश्य उन्हें उखाड़ना नहीं है, उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय का काम यह सुनिश्चित करना है कि बच्चे किसी भी तरह के समर्थन से वंचित न हों।
सूत्रों ने यह भी बताया कि मंत्रालय विदेशों में हिंसा की शिकार महिलाओं की मदद के लिए वन स्टॉप सेंटर स्थापित करने की योजना बना रहा है। ये केंद्र विदेश मंत्रालय के सहयोग से बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, यूएई, सऊदी अरब (जेद्दा और रियाद), ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और सिंगापुर में स्थापित किए जाएंगे। केंद्र संकट में पड़ी भारतीय महिलाओं को कानूनी सहायता, चिकित्सा सहायता और परामर्श प्रदान करेंगे।
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