Arvind Kejriwal: तीसरी लहर दुनिया के कई देशों में आ चुकी है। दिल्ली सरकार इन दिनों तीसरी लहर भारत में आने की प्रबल आशंका को लेकर मिशन मोड पर काम कर रही है। बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली के मुख्यमंत्री (Arvind Kejriwal) ने बताया कि दिल्ली सरकार तीसरी लहर से लड़ने के लिए 5000 हेल्थ असिस्टेंट को ट्रेनिंग देगी जो डॉक्टरों के साथ काम करेंगे।
केजरीवाल के प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें-
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- तीसरी लहर से दिल्ली को बचाने की तैयारियां चल रही हैं।
- कई अस्पतालों में ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे। ऑक्सीजन स्टोरेज की व्यवस्था, ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर की व्यवस्था के साथ कई तरह की तैयारियां तीसरी लहर को लेकर चल रही हैं।
- जिस तरह से बीती लहरों में मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी हुई। इसके लिए तीसरी लहर में वैसा न एक योजना बनाई जा रही है।
- सरकार ने बहुत बड़ा और महत्वकांक्षी प्लान इसको ध्यान में रखते बनाया है। 5000 हेल्थ असिस्टेंट्स तैयार करने का। कम्यूनिटी नर्सिंग असिस्टेंट्स इन्हें टेक्निकल भाषा में कहते हैं।
- 5000 युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी जो 2 हफ्ते की होगी। यह ट्रेनिंग IP यूनिवर्सिटी दिलवाएगी।
- इसके बाद दिल्ली के नौ मेडिकल इंस्टीट्यूट में इन लोगों को बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी।
- ट्रेन्ड असिस्टेंट्स डॉक्टरों और नर्सों के सहायक के रूप में ये 5000 काम करेंगे। इनके हाथ में निर्णय लेना नहीं होगा। इन्हें डॉक्टर जो काम देंगे वो काम करेंगे। इनको लाइफ सेविंग, पैरामेडिक, फर्स्ट एड, बेसिक नर्सिंग, होम केयर में ट्रेनिंग दी जाएगी।
- बेसिक चीजों की ट्रेनिंग दी जैसे ब्लड प्रेशर कैसे नापते हैं, ऑक्सीजन कैसे नापते हैं, पेशेंट केयर, डायपर चेंज करना, सैंपल कलेक्शन करना, कॉन्संट्रेटर, वैक्सीन कैसे लगाते हैं ऑक्सीजन सिलिंडर कैसे काम करता है, मास्क कैसे लगाना जैसे कामों में ट्रेनिंग दी जाएगी।
- असिस्टेंट होने से इस तरह से डॉक्टर आराम से काम कर सकेंगे साथ ही मरीजों की बेहतर देखभाल भी हो सकेगी।
- 5000 लोगों को हम ट्रेन करके छोड़ देंगे। फिर जब इनसे काम पड़ेगा तो इन्हें बुलाया जाएगा। इनसे जितने दिन काम कराया जाएगा उतने दिन की उन्हें सैलरी दी जाएगी।
प्रक्रिया क्या है और कौन कर सकता है ट्रेनिंग-
- इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 17 जून से दिया जा सकता है। ट्रेनिंग । 28 जून से शुरू होगी।
- 500-500 लोगों का बैच होगा जिसकी 2 सप्ताह ट्रेनिंग होगी।
- 12वीं पास युवा इस ट्रेनिंग के लिए योग्य हैं।
- 18 वर्ष या उससे ज्यादा आवेदनकर्ताओं की उम्र होनी चाहिए। ट्रेनिंग पहले आओ पहले पाओ (फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व) के आधार पर होगी।
केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आगे कहा कि इस पूरे कदम से तीसरी लहर से लड़ने में दिल्ली को बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने मैं प्रार्थना करता हूं कि थर्ड वेव दिल्ली में आए ही न पर आती है तो हम इसका सामना मजबूती के साथ करेंगे।
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