Assam Election- सोमवार को असम में भाजपा के लिए प्रचार करते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है। तो राज्य में घुसपैठ वापस आ जाएगी।
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अमित शाह ने सोमवार को असम में कहा- एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल की गोद में बैठकर धर्मनिरपेक्षता के बारे में कांग्रेस की ‘बेशर्मी भरी बातें । केंद्रीय गृह मंत्री राज्य में विधानसभा चुनावों (Assam Election) से पहले भाजपा के लिए प्रचार कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी असम में बदरुद्दीन अजमल की गोद में बैठी है। केरल में, उन्हें मुस्लिम लीग और बंगाल में फुरफुरा शरीफ के साथ बैठाया जाता है। और वे धर्मनिरपेक्षता के बारे में बात करते हैं। मुझे नहीं पता कि यह किस प्रकार का धर्मनिरपेक्षता है।
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उन्होंने आगामी असम विधानसभा चुनावों के लिए सोमवार को भाजपा के सोशल मीडिया अभियान ‘सेल्फी विद डेवलपमेंट’ का भी शुभारंभ किया।
गुवाहाटी में भाजपा के सोशल मीडिया पदाधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान, अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल असम की संस्कृति की रक्षा नहीं कर सकते।
अगर ये लोग सत्ता में आते हैं। तो फिर से घुसपैठ होगी। जो असम की संस्कृति को अपने पैरों तले रौंद देगा। अमित शाह ने कहा की असमिया संस्कृति का संरक्षण भाजपा और एनडीए गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण है। अमित शाह ने कहा कि असम ने अतीत में आंदोलनों, हिंसा, भ्रष्टाचार, घुसपैठ, उग्रवाद और कई समस्याओं को देखा है।
उन्होने कहा हमारे कई युवा असम में आंदोलनों में मारे गए। जो लोग ‘असम की अस्मिता’ के बारे में बात करते हैं। क्या वे घुसपैठ को रोक पाएंगे। अगर आप घुसपैठ को रोकने में सक्षम नहीं थे। तो क्या आप असम की पहचान, विरासत को बचा पाएंगे।
अमित शाह आगे कहते है की पहले असम में भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं थी। लेकिन पिछले पांच सालों में विपक्ष को हमारी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा। पांच साल के भीतर भाजपा ने काम किया है।
अमित शाह ने आगे कहा- असम को अंदोलन मुक्त और राज्य को विकास के पथ पर अग्रसर किया है। हमने असम को घुसपैठियों से मुक्त करने का वादा किया है। अब, घुसपैठिए असम में घुसपैठ करने से पहले कई बार सोचते हैं।
मोदी के नेतृत्व में, भाजपा सरकार ने सभी संघर्षों को समाप्त कर दिया और पिछले पांच वर्षों में असम में शांति का मार्ग प्रशस्त किया। असम में, राजग ने पांच स्तंभों- सुरक्षा और सम्मान, संस्कृति और संस्कृति के आधार पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
अमित शाह ने कहा कि सभ्यता, समृद्धि और संपर्क, शांति और संवाद और आत्मनिर्भरता। इन पांच स्तंभों के आधार पर हम भविष्य में असम को आगे ले जाने के लिए काम करेंगे।
कांग्रेस ने सिर्फ परिवारवाद की राजनीति की और तोड़ो व राज करो की नीति के तहत असम के लोगों को आपस में लड़वाने का काम किया ताकि यहां झगड़े होते रहें व कांग्रेस राज करती रहे।
मोदी जी के नेतृत्व में 5साल में भाजपा सरकार ने सारे झगड़ों को समाप्त कर असम में शांति का मार्ग प्रशस्त किया। pic.twitter.com/tJZzZR8C6P
— Amit Shah (@AmitShah) March 15, 2021