लोनी बॉर्डर पुलिस का बुजुर्ग तांत्रिक की दाढ़ी काटने के मामले में कारनामा सामने आया है। रंगदारी के मामले में घटना के मुख्य आरोपी प्रवेश गुर्जर को जेल भेजते वक्त पुलिस उस पर दर्ज दाढ़ी काटने के मामले को डकार गई। जबकि जेल भेजने से पहले ही रंगदारी में पुलिस ने दाढ़ी काटने के मामले की लिखा पढ़ी में प्रवेश गुर्जर का नाम खोल दिया था।
घटना का वीडियो 14 जून को वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा तो Police ने 16 जून को उसे बी-वारंट पर लेने की अर्जी लगाई। पर पुलिस को कोर्ट ने फटकार लगाते हुए अर्जी खारिज कर दी। और दाढ़ी काटने के मामले में प्रवेश गुर्जर को जमानत दे दी।
गत 5 जून को अनूपशहर निवासी बुजुर्ग तांत्रिक सूफी अब्दुल समद के साथ मारपीट व दाढ़ी काटने की घटना हुई थी। अज्ञात ऑटो सवारों के खिलाफ बुजुर्ग ने तहरीर दी। जिसके बाद लोनी बॉर्डर पुलिस ने 7 जून को बंधक बनाकर मारपीट करने का केस दर्ज किया।
14 जून को दाढ़ी काटने की घटना का वीडियो वायरल हो गया। उसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। पुलिस ने आनन-फानन में दो आरोपियों आदिल और अभय गुर्जर उर्फ कल्लू को धार्मिक भावना आहत करने का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। साथ ही 12 जून से प्रवेश गुर्जर को मुख्य आरोपी बता अन्य मामले में जेल में बंद बताया।
पुलिस ने प्रवेश को 16 जून को बी-वारंट पर मांगा
प्रवेश गुर्जर के अधिवक्ता परविंदर नागर ने कहा की रंगदारी में 12 जून को जेल भेजने से पहले ही प्रवेश का नाम पुलिस ने दाढ़ी काटने के मामले में खोल दिया था। लेकिन रंगदारी में जेल भेजते वक्त इस मुकदमे को पुलिस ने नहीं दिखाया। मामले ने तूल पकड़ा तो प्रवेश को 16 जून को बी-वारंट पर देने की अर्जी लगाई। जिस पर कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई।
एक ही थाने में 2 केस, गिरफ्तारी सिर्फ 1 में
अधिवक्ता परविंदर नागर ने कहा की लोनी बॉर्डर पुलिस ने एक ही थाने में दो केस दर्ज होने के बावजूद प्रवेश को एक मामले में ही गिरफ्तार दिखाया। इस पर पुलिस को कोर्ट ने फटकार लगाई। साथ ही बी-वारंट की अर्जी खारिज करते हुए दाढ़ी काटने के मामले में प्रवेश गुर्जर को जमानत दे दी। हालांकि प्रवेश गुर्जर रंगदारी के मामले में प्रवेश अभी जेल में ही बंद रहेगा।