Buddha Purnima 2021 Date: 26 मई को इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा है। बुद्ध पूर्णिमा वैशाख पूर्णिमा को कहा जाता है। वैशाख पूर्णिमा को भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। मान्यताओं के अनुसार माता लक्ष्मी को भी पूर्णिमा का दिन अत्यंत प्रिय होता है। इस दिन कुछ विशेष उपायों के करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा व आर्शीवाद प्राप्त होता है।
बुद्ध पूर्णिमा़ व्रत विधि / Buddha Purnima Vrat Vidhi
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- सुबह वैशाख पूर्णिमा के दिन स्नान से पूर्व व्रत का संकल्प लें।
- किसी पवित्र नदी या कुंड में स्नान से पहले वरुण देव को प्रणाम करें।
- सूर्य मंत्र का स्नान के बाद उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए ।
- भगवान मधुसूदन की पूजा स्नान से निवृत्त होकर करनी चाहिए।
- मधुसूदन को नैवेद्य अर्पित करे व अंत में दान-दक्षिणा दें।
मां लक्ष्मी की करें आराधना
11 कौड़ियां पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर चढ़ाकर मां लक्ष्मी का हल्दी से तिलक करें। इन कौड़ियों को अगले दिन एक लाल कपड़े में बांधकर वहां रख दे। जंहा आप अपनी पूँजी/धन रखते हैं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा से घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी।
इस मंत्र का करें जाप
पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर चन्द्रमा को इस मंत्र का जप करते हुए अर्ध्य देने से आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
मंत्र – ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमासे नम:
या फिर
मंत्र – ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:
पीपल के वृक्ष की करें आराधना
मां लक्ष्मी का पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष में आगमन होता है। इसलिए इस दिन सुबह पीपल के पेड़ पर कुछ मीठा चढ़ाकर जल चढ़ाना करना चाहिए।
चंद्र देव को दें अर्घ्य
चंद्रमा को वैवाहिक जीवन में मधुरता के लिए पति-पत्नी में से किसी को भी अर्घ्य अवश्य देना चाहिए। चाहे तो पति-पत्नी साथ में भी अर्घ्य दे सकते हैं। यह उपाय करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और मधुरता बढ़ेगी ।
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