Chanakya Niti In Hindi: अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र जैसे महत्वपूर्ण शास्त्रों की रचनी आचार्य चाणक्य ने की है । आचार्य चाणक्य को विष्णु गुप्त और कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है। वर्षों पहले चाणक्य के द्वारा लिखी गई नीति शास्त्र की बातें आज भी लोगो के बीच प्रसीद और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। कुछ लोगों को नीति शास्त्र की बातें बहुत ही कड़वी और कठीन लगती हैं। पर जीवन की सत्यता से व्यक्ति को परिचित करवाती है। नीतिशास्त्र की बातें जीवन के हर पहलू को स्पर्श करती है। अगर आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गयी बातो को व्यक्ति अपने जीवन में उतार लेता है। तो जीवन को सुखी और संतुष्ट बना सकता है। तो फिर चलिए जानते क्या कहती है चाणक्य नीति। Chanakya Niti In Hindi.
जिसका पुत्र आज्ञाकारी हो
नीति शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति का पुत्र आज्ञा का पालन करने वाला / आज्ञाकारी होता है। हमेशा आज्ञा का पालन करता है। पिता का सम्मान करता है। ऐसे व्यक्ति के लिए धरती ही स्वर्ग के सामान है।
अच्छे आचरण की पत्नी
जिस भी व्यक्ति की पत्नी धर्म का अनुसरण करती हो। तो उस व्यक्ति के लिए स्वर्ग के समान ही धरती होती है। अच्छे आचरण वाली स्त्री पूरे परिवार को सदैव जोड़कर रखती है। अपने पति का हर परिस्थिति में साथ निभाती है। धर्म का आचरण करने वाली पत्नी स्वयं तो सम्मान का पात्र बनती है। साथ ही परिवार व अपने पति का भी मान बढ़ाती है। ऐसे व्यक्ति के लिए तो धरती ही स्वर्ग की तरह है।
जो आत्मिक रूप से संतुष्ट हो
कहा जाता है की मन की शांति से बड़ा और दूसरा सुख नहीं है। जिस व्यक्ति का मन किसी भी कार्य को लेकर संतुष्ट नहीं होता है। सदैव दुखी होता रहता है। और आत्म संतुष्टि जिस व्यक्ति के पास है। उसके लिए तो धरती ही स्वर्ग के समान है।
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