Chanakya Niti In Hindi: आज के समय में भी आचार्य चाणक्य की गिनती श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है। न केवल आचार्य चाणक्य एक विद्वान बल्कि एक योग्य शिक्षक भी थे। चाणक्य ने तक्षशिला विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर व यही पर शिक्षक के रूप में कार्य कर विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान की। चाणक्य के जीवन का अधिकतम हिस्सा अध्यापन के कार्य में ही व्यतीत हुआ। यह कई विषयों की गहरी समझ के साथ अर्थशास्त्र के मर्मज्ञ थे। जिस वजह से इन्हे कौटिल्य भी कहा गया। यह एक कुशल, राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ व अर्थशास्त्री थे।
Chanakya Niti In Hindi: आचार्य चाणक्य ने अपनी बुद्धिमता व नीतियों के बल पर नंद वंश का नाश कर एक साधारण बालक से चंद्रगुप्त को सम्राट के रूप में प्रतिष्ठित किया। चाणक्य के द्वारा लिखी गयी बाते लोगों के बीच आज भी बहुत लोकप्रिय हैं। पर चाणक्य की नीतियों को तोड़मरोड़ कर सामने लाया जाता है। नीति शास्त्र की बातो को अपने जीवन में उतार लिया जाए तो व्यक्ति सुखी और संतुष्ट जीवन व्यतीत कर सकता है। जीवन के हर एक पहलू के बारे में नीति शास्त्र में वर्णन किया गया है। तीन ऐसी चीजों के बारे में नीति शास्त्र में बताया है। जो बहुत जल्दी नष्ट हो जाती हैं। तो फिर चलिए जानते है कौनसी है वो चीजे।
नदी किनारे लगे हुए पेड़
आचार्य चाणक्य के अनुसार बहुत जल्दी नदी किनारे लगे हुए पेड़ नष्ट हो जाते हैं। क्योंकि नदीं में जब वेग आता है। तो अपने आस-पास की चीजों को सबसे पहले
बहा ले जाता है। कहने का मतलब यह है की सदैव नदी के वेग से दूर रहना चाहिए।
दूसरों के घर में रहने वाले लोग
आचार्य चाणक्य कहते है की दूसरों के घर में रहने वाले बहुत जल्दी नष्ट हो जाते हैं। क्योकि ऐसे व्यक्ति के पास अपना खुद का कुछ भी नहीं होता है। ऐसे व्यक्ति केवल दूसरों पर आश्रित होते हैं। और ऐसे व्यक्तियों का कोई अस्तित्व नहीं होता है। और इसलिए यह जल्दी ही नष्ट हो जाते हैं।
बिना मंत्री राजा
आचार्य चाणक्य के अनुसार राजा बिना मंत्री के जल्दी नष्ट हो जाता है। क्योकि मंत्री ही वह व्यक्ति होता है। जो सही समय पर राजा को सही सलाह देता है। और राजा को राज्य के बारे में अवगत कराता है।
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