Chankya Niti: आचार्य चाणक्य की किताब नीति शास्त्र में मानव जीवन से जुड़ी कई ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है। जो आज के वक्त में भी प्रासंगिक हैं।
Chankya Niti: आचार्य चाणक्य का कहना है कि जब कोई व्यक्ति अपनी मेहनत से निरतंर कार्य करते हुए लक्ष्य को पाता है तो उसके शत्रु भी उसकी प्रशंसा करने पर विवश हो जाते हैं। व्यक्ति को खुद पर पूरा भरोसा होना चाहिए। आइए आपको बताते हैं उन चीजों के बारे में जिन्हें अपनाने से व्यक्ति कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ज्ञान व कौशल होने के साथ – साथ संस्कारवान भी बनना चाहिए। संस्कार होने से ज्ञान और कौशल में चार चाँद लग जाते हैं। ऐसे लोगों को हर जगह सम्मान मिलता है।
ऐसे लोग दूसरों के लिए मिसाल भी बनते हैं। दूसरे इससे प्रेरणा लेते हैं। देश को मजबूत बनाने में संस्कारी लोगों की अहम भूमिका होती है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति ज्ञान प्राप्त करने के लिए उत्सुक है। और ज्ञान के प्रति गंभीर है। ऐसे जातक पर ज्ञान की देवी सरस्वती की कृपा बनी रहती है। केवल ज्ञान में ही सभी प्रकार के अंधकार को दूर करने की शक्ति है। ज्ञान बांटने से बढ़ता है। इसलिए ज्ञान कहीं से भी लेना चाहिए।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि अपने ज्ञान के साथ-साथ व्यक्ति को अपने कौशल में भी वृद्धि करते रहना चाहिए। हर किसी को एक कुशल व्यक्ति की जरूरत होती है। जिसके पास किसी भी कार्य को करने का विशेष कौशल होता है। उच्च पदों पर आसीन लोगों का संरक्षण प्राप्त होता है। ऐसे लोग विकास में अहम योगदान देते है।
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