Disadvantages Of Room Heater: सर्दी के इस मौसम में हम शरीर को गर्म रखने के लिए तरह-तरह के उपाय करते रहते हैं। हीटर और ब्लोअर जैसे उपकरणों को इसमें काफी मददगार माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर को कृत्रिम गर्मी देने वाले इन उपकरणों का अत्यधिक इस्तेमाल आपके लिए गंभीर समस्या पैदा कर सकता है? स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हीटर और ब्लोअर से गर्म हवा के सीधे संपर्क में आने से त्वचा और आंखों को नुकसान हो सकता है। कुछ मामलों में यह हवा आपकी आंखों के लिए गंभीर समस्या भी पैदा कर सकती है।
Disadvantages Of Room Heater: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक हीटर जैसे उपकरणों से निकलने वाली हवा आपके आसपास की हवा में मौजूद नमी की मात्रा को कम कर देती है। इससे हवा शुष्क हो जाती है। जिससे त्वचा का रूखापन और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा हीटर या ब्लोअर के ज्यादा इस्तेमाल से भी आपकी आंखें खराब हो सकती हैं। इससे निकलने वाली हवा का असर आंखों की नमी पर भी पड़ता है। जिससे लोगों को ड्राई आइज और इससे जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं। यही कारण है कि ऐसे उपकरणों के उपयोग को कम करने की सलाह दी जाती है। आइए आगे इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
ड्राई आइज की समस्या बढ़ती जा रही
सर्दियों के मौसम में ड्राई आइज की समस्या अधिक देखने को मिलती है। इसका एक कारण उपकरण से निकलने वाली गर्म हवा के सीधे संपर्क में आना हो सकता है। ड्राई आइज की समस्या तब होती है जब आंख या तो आंसू का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं कर पाते हैं या आंखों को चिकनाई देने के लिए गुणवत्ता वाले आंसू की कमी हो जाती है। इस स्थिति में आँखों में लालिमा, खुजली या जलन हो सकती है।
आंखों को गंभीर नुकसान
जिन लोगों को पहले से ही ड्राई आइज की समस्या है। उनमें हीटर के इस्तेमाल से लक्षण और भी गंभीर हो जाते हैं। खासकर कार के हीटर से निकलने वाली हवा वातावरण को शुष्क बना देती है। जिससे ऐसे लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है। इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि इन उपकरणों से निकलने वाली गर्म हवा आंखों के सीधे संपर्क में न आए। यह अधिक हानिकारक हो सकता है।
Disadvantages Of Room Heater: इन बातों को ध्यान में रखकर बचाव कर सकते
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ठंड के मौसम से बचाव के लिए गर्म हवा के उपकरणों का इस्तेमाल करना हमारी जरूरत बन गई है। लेकिन अगर इनका इस्तेमाल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इससे होने वाली समस्याओं से काफी हद तक बचा जा सकता है। .
- शरीर के लिए गर्म हवा की धारा के सीधे संपर्क से बचें। सुनिश्चित करें कि गर्म हवा सीधे आपकी आंखों में न जाए।
- अपनी आंखों को ठंडी या गर्म हवाओं से बचाने के लिए गॉगल्स पहनें, ये आंसुओं को वाष्पित होने से रोकने में मदद करते हैं।
- शरीर को हाइड्रेट रखें। खूब पानी पीना सिर्फ गर्मियों में ही नहीं बल्कि सर्दी के मौसम में भी जरूरी होता है। तरल पदार्थों का सेवन आपकी आंखों सहित शरीर के सभी हिस्सों को हाइड्रेट रखने में मदद करेगा।
- अपनी पलकों को बार-बार झपकाने का अभ्यास करते रहें। ऐसा करने से आंखों की चिकनाई बनी रहती है।
ड्राई आइज का इलाज कैसे करें?
अगर आपको ड्राई आइज की समस्या महसूस हो रही है। तो बिना देर किए किसी अच्छे नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें। सामान्य परिस्थितियों में कुछ आई-ड्रॉप्स की मदद से इस समस्या को ठीक किया जा सकता है। आपका डॉक्टर आपको कुछ ऐसे व्यायाम भी सुझा सकता है। जो आपकी आँखों के सूखेपन को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकते हैं। खास बात का ध्यान रखें कि आंखों के सूखेपन की समस्या को नजरअंदाज न करें, नहीं तो यह बड़ी समस्या का कारण बन सकती है।
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