Garuda Purana: यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे कर्म करता है, तो उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। वही जब कोई बुरे कर्म करता है, तो उसे नरक भोगना पड़ता है।
Garuda Purana: हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण के अनुसार, अंतिम संस्कार के कई विधान पूरे किए जाते हैं। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार जीवन के कर्मों का फल मनुष्य को मरणोपरांत मिलता है। ऐसा माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे कर्म करता है, तो उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। वही जब कोई बुरे कर्म करता है तो उसे नरक भोगना पड़ता है। गरुड़ पुराण के अनुसार गर्भवती स्त्री, भ्रूण और नवजात को मारने वालों को नरक में स्थान मिलता है। इसके अलावा भी कुछ ऐसी चीजें हैं जिनके द्वारा नर्क में जाने से बचा जा सकता है।
पूजा
गरुड़ पुराण के अनुसार नरक से बचने के लिए नरक चतुर्दशी के दिन देवी काली, हनुमान जी और श्रीकृष्ण की विधिवत पूजा करनी चाहिए।
विशेष व्रत
पूर्णिमा, अष्टमी और अमावस्या के दिन विधिवत हवन करने से नरक से मुक्ति मिलती है।
व्रत
नरक से बचने के लिए भी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। गरुड़ पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति शिव चतुर्दशी, प्रदोष और एकादशी का व्रत करता है, वह नरक के कष्ट से बच सकता है।
पौधे लगाना
जो व्यक्ति अपने जीवन में तीन आंवले, पांच आम, एक पीपल, दस इमली, एक नीम का पौधा लगाता है। उसके लिए नरक का रास्ता बंद हो जाता है। इसके अलावा बरगद, अशोक, तुलसी और नीम के पौधे लगाने वाले को भी नर्क से मुक्ति मिलती है।
विष्णु सहस्रनाम
प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से नरक में जाने से बचा जा सकता है। पुराणों के अनुसार विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से व्यक्ति अपने गलत कार्यों से मुक्त हो जाता है। जिससे वह नर्क के कष्ट से बच जाता है।
गंगा स्नान
आमतौर पर गंगा स्नान को विशेष महत्व दिया गया है। पुराणों में कहा गया है कि पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से मनुष्य नरक में जाने से बच जाता है।
रामचरित मानस पाठ
गरुड़ पुराण के अनुसार प्रतिदिन रामचरित मानस का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से मृत्यु जैसे कष्टों से भी मुक्ति मिल जाती है।
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