Global Statistics

All countries
683,644,472
Confirmed
Updated on March 30, 2023 3:56 pm
All countries
637,660,435
Recovered
Updated on March 30, 2023 3:56 pm
All countries
6,829,253
Deaths
Updated on March 30, 2023 3:56 pm

Global Statistics

All countries
683,644,472
Confirmed
Updated on March 30, 2023 3:56 pm
All countries
637,660,435
Recovered
Updated on March 30, 2023 3:56 pm
All countries
6,829,253
Deaths
Updated on March 30, 2023 3:56 pm
spot_img

Gayatri Jayanti 2022: गायत्री जयंती कब है? जानिए पूजा मुहूर्त और महत्व

- Advertisement -

Gayatri Jayanti Kab Hai 2022: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गायत्री जयंती हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार गायत्री जयंती मां गायत्री का जन्मोत्सव है। इसलिए इस दिन विशेष पूजा की जाती है। इस एकादशी को निर्जला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। निर्जला एकादशी को सभी एकादशी में श्रेष्ठ माना गया है। गायत्री जयंती के दिन गायत्री माता की पूजा करनी चाहिए। मां गायत्री को हिंदू धर्म शास्त्रों में वेद माता के नाम से जाना जाता है। गायत्री माता के पांच मुख और दस हाथ हैं। इस रूप में उनके चार मुख चार वेदों के प्रतीक हैं और उनका पांचवां मुख सर्वशक्तिमान शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। मां के दस हाथ भगवान विष्णु के प्रतीक हैं। इतना ही नहीं मां गायत्री को त्रिदेव की आराध्य भी कहा जाता है। आइए जानते हैं गायत्री जयंती की तिथि, पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त।

Gayatri Jayanti Kab Hai –

गायत्री जयंती तिथि

इस बार ज्येष्ठ मास की एकादशी शनिवार 11 जून 2021 को है। इस दिन गायत्री जयंती मनाई जाएगी।

गायत्री जयंती मुहूर्त

एकादशी तिथि प्रारंभ- 10 जून 2022 प्रातः 07:25 बजे से
एकादशी तिथि समाप्त – 11 जून 2022 प्रातः 05:45 बजे

गायत्री जयंती का महत्व

सनातन धर्म में गायत्री जयंती का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि चारों वेदों की उत्पत्ति गायत्री माता से हुई है। कहा जाता है कि गायत्री जयंती के दिन विधि-विधान से पूजा करने वाले को वेदों के अध्ययन के समान फल मिलता है. शिक्षा चाहने वालों और आध्यात्मिक शिक्षा देने वालों के लिए यह दिन बेहतरीन है। इस दिन गायत्री मंत्र के जाप का विशेष महत्व है।

गायत्री जयंती पूजा विधि

गायत्री जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

वस्त्र धारण करने के बाद मंदिर की सफाई करें और गंगाजल छिड़क कर पवित्र करें।

इसके बाद मां गायत्री और सभी देवताओं को प्रणाम कर दीप प्रज्ज्वलित करें।

मां गायत्री का ध्यान करते हुए पुष्प अर्पित करें।

इसके बाद आसन बिछाकर गायत्री मंत्र का जाप करें।

मंत्र जाप के बाद माता को भोजन कराएं।

गायत्री मंत्र का जाप करें

ऊं भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।।

गायत्री मंत्र जाप के लाभ

कहते हैं गायत्री मंत्र के जाप से दुख और दरिद्रता का नाश होता है। संतान की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि गायत्री मंत्र का जाप करने से मन शांत और एकाग्र रहता है। चेहरे पर चमक आती है। किसी भी कार्य में सफलता पाने के लिए गायत्री मंत्र का जाप किया जा सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_imgspot_img
spot_img

Related Articles