रिपोर्ट बताती है कि यदि पहले 4-5 दिनों के भीतर COVID रोगियों में निमोनिया (pneumonia) का निदान किया जाता है और एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-थ्रोम्बोटिक दवाएं दी जाती हैं, तो रोगियों को खतरे से बाहर लाया जा सकता है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के संयुक्त सचिव और हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ संतोष गुप्ता द्वारा एक रिपोर्ट तैयार की गई है जिसमें वह COVID-19 महामारी के बीच निमोनिया (pneumonia) के लक्षण, पहचान और सावधानियों के बारे में बताते हैं। डॉ गुप्ता ने निमोनिया के रोगियों के लिए कोविड संक्रमण के पहले चार से पांच दिनों को ‘गोल्डन ऑवर’ बताते हुए कहा कि यह उनके जीवन को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण अवधि है।
रिपोर्ट बताती है कि यदि पहले 4-5 दिनों के भीतर COVID रोगियों में निमोनिया (pneumonia) का निदान किया जाता है और एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-थ्रोम्बोटिक दवाएं दी जाती हैं, तो रोगियों को खतरे से बाहर लाया जा सकता है। यहां छह मिनट का एक छोटा परीक्षण है जिसका उपयोग आप निमोनिया (pneumonia) की संभावना को दूर करने के लिए कर सकते हैं:
निमोनिया के निदान के लिए छह मिनट का परीक्षण
डॉ गुप्ता की रिपोर्ट में यह पता लगाने के लिए छह मिनट का वॉक टेस्ट सुझाया गया है कि आपको निमोनिया है या नहीं। आपको बस इन चरणों का पालन करना है:
• दो कुर्सियों को 40 से 50 फीट की दूरी पर रखें
• अपने ऑक्सीजन स्तर की जाँच करें
• फिर दोनों कुर्सियों के बीच तेजी से चलें।
• ६ मिनट के बाद फिर से अपने ऑक्सीजन स्तर की जाँच करें
डॉ गुप्ता के मुताबिक अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 6 मिनट के बाद 4 फीसदी या उससे ज्यादा कम हो जाता है, तो इसका मतलब है कि आपको निमोनिया (pneumonia) है।
निमोनिया की पहचान कैसे करें? / How to identify pneumonia?
COVID-19 के लक्षण दिखने के 4 से 5 दिनों के बाद, यदि आपकी नाड़ी की दर 100 से अधिक है, बुखार 101 से कम नहीं है, ऑक्सीजन का स्तर 94 से कम है, CRP 10 से अधिक है, और आपको सांस लेने में कठिनाई होती है तो यह संकेत दे सकता है कि आप निमोनिया से पीड़ित हो सकते हैं। इन लक्षणों का अनुभव होने पर डॉक्टर से परामर्श लेने की हमेशा सलाह दी जाती है।
डॉ गुप्ता के अनुसार लक्षण होने पर व्यक्ति को देरी नहीं करनी चाहिए। प्रारंभिक अवस्था में निमोनिया का इलाज अधिक संभव है क्योंकि समय के साथ फेफड़ों को अपूरणीय क्षति हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि निमोनिया की जल्द से जल्द पहचान कर ली जाए और समय पर दवा शुरू कर दी जाए।