Iron Ki Kami Ke Lakshan: क्या हम अपने आहार से शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्वों को पूरा करने में सक्षम हैं? स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है, सभी लोगों को खुद से यह सवाल पूछते रहना चाहिए। शरीर को स्वस्थ और कार्यशील रहने के लिए विभिन्न प्रकार के विटामिन और खनिजों की आवश्यकता होती है। यह कमी अल्पावधि और दीर्घावधि दोनों में नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। आयरन शरीर के लिए एक ऐसा जरूरी मिनरल है जो हीमोग्लोबिन बनाने के लिए जरूरी है।
हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद होता है जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है। ऐसे में शरीर में आयरन की कमी का असर सेहत पर कई तरह से पड़ सकता है।
डायटीशियन कहते हैं, हम सभी के लिए जरूरी है कि हम आयरन से भरपूर भोजन का सेवन करें, ताकि शरीर में इस मिनरल की कमी न हो। शरीर में आयरन की कमी से रक्त का स्तर कम हो सकता है जो आगे चलकर विभिन्न स्वास्थ्य जटिलताओं को जन्म दे सकता है। यह समस्या भारतीय महिलाओं में काफी आम देखी गई है। आइए जानते हैं कि कैसे इस पोषक तत्व की आपूर्ति आसानी से आहार के माध्यम से की जा सकती है?
आयरन की कमी की समस्या | Iron Ki Kami Ke Lakshan
आयरन की कमी से एनीमिया होने का खतरा सबसे अधिक होता है। पर्याप्त आयरन के बिना, आपका शरीर लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन नहीं कर सकता है जो उन्हें ऑक्सीजन (हीमोग्लोबिन) ले जाने में सक्षम बनाती हैं। नतीजतन, आपको आयरन की कमी के कारण थकान और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं का सबसे अधिक खतरा होता है। इसके अलावा समय के साथ इस कमी से त्वचा का पीला पड़ना, चक्कर आना, पैरों में झुनझुनी, जीभ में सूजन या दर्द और हाथ-पैर ठंडे होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आयरन का स्रोत है पालक
पालक सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। आयरन की आपूर्ति के साथ-साथ यह शरीर की कई अन्य पोषक तत्वों की जरूरतों को भी आसानी से पूरा कर सकता है। आंकड़ों के अनुसार, 100 ग्राम कच्चे पालक में 2.7 मिलीग्राम आयरन होता है, जो आपकी दैनिक आवश्यकता का 15 प्रतिशत तक पूरा कर सकता है। पालक विटामिन सी से भी भरपूर होता है, विटामिन-सी आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है।
बीन्स और चना
डायटीशियन्स का कहना है कि बीन्स, दाल, चना, मटर और सोयाबीन आदि के सेवन से शरीर के लिए जरूरी आयरन की पूर्ति हो सकती है। ये विशेष रूप से शाकाहारियों के लिए सबसे अच्छे स्रोत हो सकते हैं। सफेद और काले चने न केवल प्रोटीन की दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होते हैं, बल्कि आयरन की आवश्यकता को भी आसानी से पूरा किया जा सकता है।
रेड मीट का सेवन
रेड मीट आयरन के सबसे अच्छे स्रोतों में सबसे प्रमुख रहा है। रेड मीट प्रोटीन, कॉपर, सेलेनियम और विटामिन-बी के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि जो लोग मांसाहारी खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं उनमें आयरन की कमी होने की संभावना कम होती है। हालांकि रेड मीट का अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है, लेकिन इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
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