Kisan Andolan: देशभर में 72वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। इसी के मध्य कृषि कानून के खिलाफ दो महीने से आंदोलन कर रहे किसानो ने गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली।
लेकिन इस शांतिपूर्ण रैली ने हिंसक रूप ले लिया। किसानो ने सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ दिल्ली में दाखिल हो गए। साथ ही आईटीओ पर काफी बवाल भी हुआ।
यह भी पढ़े- राहुल गाँधी: देश हित में इन कृषि कानूनों को केंद्र सरकार को वापस लिया जाना चाहिए
किसानो द्वारा किये गए पथराव से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा ट्रैक्टर पलटने से ट्रैक्टर चला रहे किसान की मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार कई घायल भी हुए है। लाल किले पर किसानों ने अपना झण्डा फहराया।
इसके अलावा नांगलोई-नजफगढ़ रोड पर दिल्ली पुलिस के दो वाहनों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया व तोड़फोड़ की। दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस हिंसा में एसएचओ सहित 30 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए।
यह भी पढ़े- किसान आंदोलन: कंगना रणौत ट्वीट शर्म कर लो आज #RepublicDay
एक किसान रामपुर के बिलासपुर कोतवाली क्षेत्र के डिबडिबा गांव निवासी 25 वर्षीय नवरीत सिंह उर्फ नेवी की दिल्ली में मौत हो गयी। इस हिंसक भीडक में 30 पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा बयान जारी करते हुए कहा गया की कुछ संगठनों व लोगों ने निश्चित रुट का उल्लंघन किया व असामाजिक तत्वों ने रैली में घुसपैठ कर ली जो की निंदनीय कृत्य है। नहीं तो यह Kisan Andolan शांतिपूर्ण था
राहुल गाँधी ने किसानो का समर्थन कर कहा केंद्र सरकार को कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए।