Magh Month 2023: माघ मास की शुरुआत हो चुकी है। माघ का महीना हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि माघ मास में स्नान, दान, दान और पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस बार माघ मास की शुरुआत 7 जनवरी से हुई है और इसका समापन 18 फरवरी को महाशिवरात्रि को होगा। इस महीने में लोग गंगा स्नान के बाद पूजा अर्चना करते हैं। माघ में सूर्य देव की पूजा और आराधना करने से व्यक्ति को जीवन में पद और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। माघ के महीने में भगवान विष्णु, सूर्यदेव और मां गंगा की पूजा का विशेष महत्व होता है।
माघ मास से संबंधित नियम (Magh Month Rules)
- माघ मास में व्यक्ति को ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करना चाहिए।
- इस माह में आलस्य, अधिक देर तक सोने और न नहाने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
- माघ मास के सभी दिनों में तुलसी की पूजा और गीता का पाठ करें। आपको ईश्वर की कृपा प्राप्त होगी।
- माघ में शनि दोष दूर करने के लिए काले तिल का दान करें और राहु दोष निवारण के लिए गर्म वस्त्र या कंबल का दान करें।
- माघ मास में गंगा स्नान करने से पाप मिट जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।
- कल्पवास की शुरुआत मां तुलसी और भगवान शालिग्राम की पूजा से होती है।
प्रमुख तिथियां
15 जनवरी 2023 – मकर संक्रांति
21 जनवरी 2023- मौनी अमावस्या
05 फरवरी 2023- माघी पूर्णिमा
18 फरवरी 2023- महाशिवरात्रि
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