भारतीय वेटनरी एसोसिएशन ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से सांसद और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी (Maneka Gandhi) के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एसोसिएशन ने पत्र लिखकर मेनका गांधी पर पशु चिकित्सकों को धमकाने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप लगाया है।
इसके बाद से मेनका (Maneka Gandhi) के खिलाफ सोशल मीडिया पर गुस्सा दिख रहा है। ट्विटर पर यूजर्स #मेनकागांधीमाफीमांगे ट्वीट कर रहे हैं। बता दें, ये पहला मौका नहीं है जब वे विवादों में रही हैं। अपने विवादित बयानों को लेकर मेनका अक्सर चर्चा में रहती हैं।
अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर में मेनका गांधी (Maneka Gandhi) विकास कार्यों की समीक्षा बैठक कर रही थीं। इस दौरान मेनका गांधी ने व्यापारियों की समस्याओं को सुनने के बाद बैठक में हॉटस्पॉट क्षेत्रों को पूरी तरह खोलने के निर्देश प्रशासनिक अधिकारियों को
दिए।
मेनका (Maneka Gandhi) ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को हेलमेट या मास्क के लिए पुलिस परेशान न करें। मेनका ने साफ तौर पर कहा पूरे देश में कोरोना को लेकर सख्ती है।हमें मालूम है कि उनका काम ही नियम रखना है। पर मास्क नहीं है तो नहीं है। वह मरे तो हमारी बला से पर पैसों की वसूली इनके ऊपर ना हो।
सुल्तानपुर में ही एक कार्यक्रम के दौरान मेनका ने पत्रकारों को ब्लैकमेलर तक कह दिया। मेनका ने कहा रात में , वेयर हाउसों में लोडिंग अनलोडिंग होती है। क्योंकि ट्रक तो दिन में आ नहीं सकते हैं। रात में ही आएंगे। इनकी तस्वीरें प्रेस वाले
खींचते हैं। अखबारों में डालते हैं। व ब्लैकमेल करते हैं। जो अच्छी बात नहीं है।
मुसलमानों पर दिए बयान पर मेनका गांधी को नोटिस मिला
एक वीडियो मेनका गांधी का वायरल हुआ। जिसमें मेनका गांधी (Maneka Gandhi)
ने कहा ”मैं जीत रही हूं, लोगों की मदद और प्यार से मैं जीत रही हूं। पर यदि मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी, तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा। क्योंकि इतना मैं बता देती हूं। दिल खट्टा हो जाता है। फिर जब मुसलमान आता है। इस बयान पर नोटिस सुल्तानपुर के ज़िलाधिकारी और अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी की ओर से जारी किया गया था। उसके बाद अपनी सफाई में मेनका ने कहा है कि उनके बयान को काट-छांट कर पेश किया गया।