Masik Shivratri 2021: मासिक शिवरात्रि हर महीने भगवान शिव और मां पार्वती की कृपा पाने के लिए मनाई जाती है। इस वर्ष यह पावन पर्व 8 जून मंगलवार को पड़ रहा है। अधिक जानने के लिए पढ़े
भगवान शिव को देवताओं के देवता के रूप में पूजा जाता है। प्रत्येक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी पर जो हिंदू कैलेंडर का चौदहवाँ दिन है, मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। फाल्गुन मास की शिवरात्रि को महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इस महीने ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष चतुर्दशी 8 जून 2021 को पड़ रही है और इसलिए इस पवित्र दिन पर मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी।
मासिक शिवरात्रि 2021: तिथि और समय / Masik Shivratri 2021: Date and Time
चतुर्दशी 8 जून, 2021 को प्रातः09:54 बजे से प्रारंभ हो रही है
चतुर्दशी समाप्त। 9 जून, 2021 दोपहर 12:27 बजे
मासिक शिवरात्रि 2021: शुभ मुहूर्त / Masik Shivratri 2021: Shubh Muhurta
11:53 अपराह्न 8 जून – 12:42 पूर्वाह्न 9 जून
सूर्योदय – 6:21 पूर्वाह्न सूर्यास्त 6:13 बजे:
ब्रह्म मुहूर्त – प्रातः 4:44 से सुबह 5:33 तक
मासिक शिवरात्रि 2021: महत्व / Masik Shivratri 2021: Significance
पौराणिक मान्यताओं का कहना है कि महाशिवरात्रि की मध्यरात्रि में भगवान शिव लिंग के रूप में प्रकट हुए और इसकी पूजा भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु ने की। इस दिन को शिव और शक्ति की शक्तियों के अभिसरण के रूप में मनाया जाता है, इसलिए मासिक शिवरात्रि हर महीने भगवान शिव और मां पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव मानवता और धार्मिक आत्माओं को आशीर्वाद देते हैं और अविवाहित लड़कियां अपनी पसंद का पति पाने के लिए व्रत रखती हैं। इस बीच, विवाहित महिलाएं वैवाहिक जीवन में शांति और खुशी बनाए रखने के लिए व्रत रखती हैं।
मासिक शिवरात्रि 2021: पूजा विधि / Masik Shivratri 2021: Worship Method
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- शिवरात्रि का व्रत भोर से शुरू होकर रात भर चलता है। यह अगले दिन नानचांग के अनुसार पारण समय के दौरान समाप्त होता है।
- भक्त इस दिन जल्दी स्नान करें।
- वे मंदिरों में जाते हैं या भगवान शिव और लिंगम की मूर्तियों के सामने प्रार्थना करते हैं।
- लिंगम का अभिषेक जल या गंगाजल, दूध, दही, घी, चीनी, शहद, चंदन का पेस्ट, बिल्वपत्र और मदार के फूल आदि को डालकर किया जाता है।
- तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाए जाते।
- निशीथ काल में पूजा अधिक शुभ होती है।
- शिवरात्रि यानी शिव की रात, इसलिए इस दिन भक्त पूरी रात भगवान शिव की महिमा सुनते हैं और उनके मंत्रों का जाप करते हैं।
- व्रत शुद्ध भाव से और इंद्रियों पर नियंत्रण से करना चाहिए।
- अंत में आरती व प्रसाद वितरण किया जाता है।
मासिक शिवरात्रि 2021: मंत्र / Masik Shivratri 2021: Mantra
1. शिव मूल मंत्र
ओम नमः शिवाय।
2. महा मृत्युंजय मंत्र
ॐ त्रयंबकम यजमहे सुगंधिम पुष्टि-वर्धनम्
उर्वरुकामिव बंधनन मृत्योमुखिया ममृततो
3. रुद्र गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धिमही
तन्नो रुद्रा प्रकोदयाती