Global Statistics

All countries
683,688,663
Confirmed
Updated on March 30, 2023 7:56 pm
All countries
637,684,298
Recovered
Updated on March 30, 2023 7:56 pm
All countries
6,829,605
Deaths
Updated on March 30, 2023 7:56 pm

Global Statistics

All countries
683,688,663
Confirmed
Updated on March 30, 2023 7:56 pm
All countries
637,684,298
Recovered
Updated on March 30, 2023 7:56 pm
All countries
6,829,605
Deaths
Updated on March 30, 2023 7:56 pm
spot_img

शनि अमावस्या 2021: शनि अमावस्या पर भगवान शनिदेव और पितरों की एक साथ कृपा पाने के लिए क्या करें क्या न करें

- Advertisement -

Shani Amavasya 2021 Do’s and Don’ts For Shani Amavasya: आमतौर पर शनि अमावस्या साल में दो या तीन बार पड़ती है। लेकिन इसका कोई निश्चित आधार नहीं है। इस बार 4 दिसंबर, शनिवार को यह दिन अमावस्या तिथि के कारण बहुत ही शुभ है। लेकिन इससे भी सुखद बात यह है कि इस दिन शनि देव (Shani Dev) की राशि अनुराधा भी रहेगी जो सुबह 10:45 बजे तक रहेगी। शास्त्रों के अनुसार अमावस्या को हवन-पूजा, श्राद्ध, तर्पण और पितरों की आत्मा की शांति के लिए सर्वोत्तम दिन माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार शनिवार को अमावस्या के दिन शनि देव का जन्म हुआ था। इसलिए शनि अमावस्या का यह योग शनि देव को प्रसन्न करने और शनि दोष से मुक्ति पाने का एक विशेष अवसर है। इस दिन कुछ ज्योतिषीय और धार्मिक उपाय करने से शनि और पितृ दोष शांत होते हैं।

शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आसान उपाय

ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार शनि अमावस्या के दिन पीपल की जड़ में कच्चे दूध में मीठा जल मिलाकर तिल या सरसों के तेल का दीपक जलाने से कई प्रकार के कष्ट दूर होते हैं। शनि की साढ़ेसाती या ढईया के चलते पीपल के पेड़ की पूजा और उसकी परिक्रमा करने से शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है। वहीं इस दिन पीपल का पेड़ लगाना सुख-शांति बढ़ाने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।

इस दिन शनि देव के दिव्य मंत्र ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का जाप करने से प्राणी भय से मुक्त रहता है।

शनिदेव के देवता भगवान शिव हैं। शनि दोष की शांति के इस दिन शनि देव की पूजा के साथ-साथ ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करते हुए काले तिल मिलाकर जल से शिव का अभिषेक करना चाहिए।

शनि देव की प्रसन्नता के लिए व्यक्ति को शनिवार का व्रत रखना चाहिए। और गरीब लोगों की मदद करनी चाहिए। ऐसा करने से जीवन में परेशानियां दूर होने लगती हैं।

हनुमानजी की पूजा करने वालों पर शनिदेव हमेशा प्रसन्न रहते हैं। इसलिए उनकी कृपा पाने के लिए शनि पूजा के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए।

भूलकर भी ऐसा न करें

इस दिन गलती से भी आपको सरसों का तेल, लकड़ी, चप्पल और काली उड़द की दाल नहीं खरीदनी चाहिए। नहीं तो आपको शनि देव की बुरी दृष्टि का सामना करना पड़ सकता है।

अगर आप इस दिन शनिदेव के मंदिर में शनिदेव के दर्शन करने जाते हैं तो ध्यान रहे कि गलती से भी उनकी आंखों की ओर न देखें। शास्त्रों के अनुसार इनकी आंखों में देखकर दर्शन करने से अनिष्ट होने का भय रहता है।

शनि अमावस्या के दिन इस बात का ध्यान रखें कि घर में लोहे की बनी कोई भी चीज न लाएं। इस दिन लोहे की चीजें खरीदने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं और ऐसा करने से आपकी शारीरिक और आर्थिक परेशानी बढ़ सकती है।

अपने बड़ों या अपने माता-पिता और बुजुर्गों का अपमान न करें वरना आपको जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

यह भी पढ़ें – संकष्टी चतुर्थी दिसंबर 2021: 22 दिसंबर को है साल की आखिरी संकष्टी चतुर्थी, जानिए मुहूर्त और पूजा विधि

यह भी पढ़ें – विनायक चतुर्थी 2021: इस दिन है साल की आखिरी विनायक चतुर्थी, जानें महत्व, मुहूर्त और पूजा की विधि

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_imgspot_img
spot_img

Related Articles