Shani Ki Mahadasha: ज्योतिष में शनि देव का विशेष महत्व है। शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। शनि देव व्यक्तियों को उनके कर्मों के आधार पर शुभ या अशुभ फल देते हैं। शनि देव को दंडाधिकारी का दर्जा प्राप्त है और यह वरदान उन्हें भगवान शिव ने दिया है। शनि देव बुरे कर्म करने वालों को बुरा फल देते हैं और अच्छे कर्म करने वालों को शुभ फल देते हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर शनि देव की दृष्टि किसी पर पड़ जाए तो उसके जीवन में कई तरह की परेशानियां आने लगती हैं। वहीं यदि आप शनि देव किसी पर अपनी शुभ दृष्टि डालते हैं तो वह जातक रंक से राजा बनता है। शनिदेव की साढ़ेसाती और ढैया से लोग काफी परेशान हो जाते हैं। आइए जानते हैं किन लोगों पर शनि देव सबसे ज्यादा नाराज होते हैं।
Shani Ki Mahadasha – इन लोगों पर रहती है शनि की अशुभ छाया
शनि देव को क्रूर ग्रह कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि शनि देव गलत काम करने वालों को सजा देते हैं। शनिदेव हमेशा उन लोगों को परेशान करते हैं जो हमेशा बिना किसी कारण के गरीब, असहाय, महिलाओं, बुजुर्गों और बेसहारा लोगों को परेशान करते हैं। इसके अलावा जो लोग अपने स्वार्थ के लिए धोखा देते हैं, झूठ बोलते हैं और दूसरों की निंदा करते हैं, शनि देव उन्हें परेशानी देते हैं। ऐसे लोगों पर शनिदेव कभी कृपा नहीं करते जो बेजुबान जानवरों को परेशान करते हैं।
शनि देव देते हैं महादशा में कष्ट
शनि देव की महादशा अत्यंत कष्टदायक होती है। जो लोग हमेशा बुरे काम करते हैं, उनके पीछे शनि देव पड़ जाते हैं। महादशा के दौरान जब किसी व्यक्ति की साढ़े साती या ढैया चल रही हो तो शनि व्यक्ति को बहुत कष्ट देता है। नौकरी में परेशानी बढ़ जाती है। आर्थिक नुकसान होता है। इंसान को कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। हर कार्य में असफलता हाथ लगती है।
शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन विशेष माना जाता है। शनिवार के दिन शनि देव के दर्शन करें और शनि देव की मूर्ति पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं और सरसों के तेल अर्पित करें।
शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर शनि चालीसा का पाठ करें।
शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ भी शनि दोष से मुक्ति पाने का एक उपाय है।
शनिवार के दिन हनुमान जी को भोग और सिंदूर चढ़ाएं।
शनिवार के दिन ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ और ऊं शं शनिश्चरायै नमः’ मंत्रों का जाप करें।
कुंडली से शनि दोष को खत्म करने के लिए उड़द की दाल, काला कपड़ा, काले तिल और काले चने जैसी काली चीजें दान करें।
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