Shravan 2022: सावन (Shravan) का महीना शिव भक्तों के लिए सभी महीनों में सबसे पवित्र होता है। इसलिए यह महीना भगवान शिव की पूजा के लिए भी सबसे अच्छा माना जाता है। सोलह सोमवार का व्रत इसी महीने से शुरू हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र में भी इस माह में राशि के अनुसार शिव की पूजा करने का विधान बताया गया है, कुंडली के कई दोषों की शांति के लिए और शिव की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। भगवान शिव को देवों का देव महादेव कहा जाता है। राशि के अनुसार इनकी पूजा करके आप अपनी कुंडली में मौजूद ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम कर सकते हैं।
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मेष राशि के लोगों को शिव को लाल चंदन और लाल रंग के फूल चढ़ाने चाहिए और नागेश्वराय नमः का जाप करना चाहिए। इसके बाद बेलपत्र पर सफेद चंदन से श्रीराम लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
वृष राशि के जातकों को चमेली का फूल चढ़ाने और रुद्राष्टक का पाठ करने से लाभ होगा। उसके बाद दूध से अभिषेक कर जल चढ़ाएं और सफेद चंदन से तिलक करें।
मिथुन राशि के जातकों को शिव को धतूरा, भांग और पंचाक्षरी मंत्र का जप करने से लाभ होगा। इस राशि के लोगों को शिवलिंग का शहद से अभिषेक करना चाहिए। इस उपाय को करने से शिव की कृपा प्राप्त होगी और आर्थिक परेशानी दूर होगी।
कर्क राशि के जातकों को भांग के दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए और रुद्राष्टाध्यायी का पाठ करना चाहिए। इस राशि के शिव भक्तों भी शिवलिंग का दूध, दही, गंगाजल और मिश्री से अभिषेक करना चाहिए। इससे घर में सुख, समृद्धि आती है।
सिंह राशि के जातक पूरे महीने शिव को कनेर के लाल फूल चढ़ाएं और शिव मंदिर में शिव चालीसा का पाठ करें। शिव की कृपा पाने के लिए इस राशि के जातकों को शुद्ध देसी घी से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। आर्थिक परेशानी जल्द ही दूर होगी।
कन्या राशि के जातक शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि का श्रृंगार चढ़ाएं और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें और दूध, घी और शहद से शिवलिंग का अभिषेक करें।
तुला राशि के लोगों को शिवलिंग पर मिश्री मिलाकर दूध से अभिषेक करते समय शिव सहस्रनाम का जाप करना चाहिए। इसके बाद दही और गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।
वृश्चिक राशि के जातक को गुलाब का फूल और बिल्वपत्र की जड़ चढ़ाएं और प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें। साथ ही गंगाजल और दूध में चीनी मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें। इसके बाद लाल चंदन से तिलक करें।
धनु राशि के जातकों को प्रातः काल शिव के चरणों में पीले पुष्प अर्पित कर शिवाष्टक का पाठ करना चाहिए। कच्चा दूध, केसर, गुड़, हल्दी मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। फिर पीले फूल चढ़ाएं।
मकर राशि के जातकों को शिव को धतूरा, फूल, भांग और अष्टगंध अर्पित कर पार्वती नाथाय नम: का जाप करना चाहिए। सावन (Shravan) के महीने में शिवलिंग पर घी, शहद, दही और बादाम के तेल से अभिषेक करें और नीले रंग के फूल चढ़ाएं।
कुंभ राशि के जातक गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें और शिवाष्टक का पाठ करें। इस राशि के लोगों को सावन (Shravan) के महीने में घी, शहद और दही से शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए और सरसों के तेल और रोली से तिलक करना चाहिए।
मीन राशि के शिवलिंग पर पंचामृत, दही, दूध और पीले फूल चढ़ाएं और चंदन की माला से पंचाक्षरी मंत्र का 108 बार जाप करें। साथ ही श्रावण मास में कच्चे दूध, केसर और गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करके हल्दी और केसर से शिवलिंग का तिलक करें।