Vidur Niti: महाभारत में महात्मा विदुर की गणना बुद्धिजीवियों में की जाती थी। वे दूरदर्शी होने के साथ-साथ बहुत तेज बुद्धि वाले भी थे। उनका स्वभाव बहुत ही सरल और विनम्र था। महाभारत काल में विदुर जी अपने धार्मिक फैसलों के लिए जाने जाते थे। धृतराष्ट्र और पांडु की तरह, वह ऋषि वेदव्यास के पुत्र थे। लेकिन उनका जन्म एक दासी के गर्भ से हुआ था। जिसके कारण वे सभी गुणों से परिपूर्ण होकर भी राजा नहीं बन सके। वह हस्तिनापुर के महामंत्री थे। उन्हें एक दूरदर्शी, बुद्धिमान और कुशल राजनीतिज्ञ माना जाता था। धृतराष्ट्र हर विषय पर विदुर जी से सलाह लेते थे। विदुर नीति के रूप में विदुर और धृतराष्ट्र के बीच की बातचीत आज भी प्रासंगिक है। विदुर नीति में उन्होंने पैसा, गृहस्थ जीवन, राजनीति जैसी तमाम बातों का जिक्र किया है। महात्मा विदुर ने धन के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। जिसके अनुसार तीन ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है। जिन्हें कभी भी अपना धन कर्ज में या किसी अन्य कारण से नहीं देना चाहिए। ऐसे लोगों को धन देकर आपको न केवल धन का नुकसान उठाना पड़ता है। बल्कि पाप का भागीदार भी बनना पड़ता है। तो आइए जानते हैं कौन हैं वो लोग जिन्हें धन नहीं देना चाहिए।
आलसी व्यक्ति को कर्ज न दें
विदुर नीति (Vidur Niti) का कहना है कि आलसी व्यक्ति को कभी भी कर्ज नहीं देना चाहिए। क्योंकि ऐसे लोग आलस्य के कारण पैसा कमाने के लिए भी कोई काम नहीं करते हैं। जिससे वे खुद अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं। अगर आप ऐसे लोगों को अपना धन देते हैं। तो उसे वापस पाना बहुत मुश्किल होता है। कई मामलों में हो सकता है कि आपको अपना पैसा भी वापस न मिले।
गलत काम करने वालों को न दे धन
विदुर नीति का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति गलत कामों में लिप्त है। तो उसे भूलकर भी धन नहीं देना चाहिए। ऐसे लोग आपके धनका इस्तेमाल गलत कामों को बढ़ाने में करते हैं। जिससे आप भी पाप के भागीदार बन जाते हैं। ऐसे लोग अपने फायदे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। ऐसे में न सिर्फ आपका पैसा बर्बाद होने की संभावना है। बल्कि आपकी जान को भी खतरा हो सकता है।
जो विश्वासपात्र न हो
विदुर जी कहते हैं कि पैसा उस व्यक्ति को नहीं देना चाहिए जो भरोसेमंद व्यक्ति नहीं है। यानी जिसके ईमानदार होने का विश्वास नहीं है। अगर आप ऐसे व्यक्ति को धन देते हैं। तो आपका धन वापस मिलने की कोई संभावना नहीं है। ऐसे लोगों को धन देकर जातक स्वयं अपने धन का नुकसान करता है।
यह भी पढ़ें – विदुर नीति: ये तीन चीजें होती हैं नर्क समान, आत्मा का कर देती हैं नाश
यह भी पढ़ें – विदुर नीति: विदुर नीति के अनुसार जाने क्या होते है श्रेष्ठ व्यक्तियों के लक्षण