Vishwavasu Gandharva Mantra: सब कुछ सही होने के बाद भी कुछ लोगों के विवाह में लगातार बाधाएं आती हैं या किसी कारण से रिश्ता बार-बार टूट जाता है। यदि आप भी अपने विवाह में लगातार कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। किसी कारण से विवाह की पुष्टि होने के बाद भी, या यदि आप विवाह से संबंधित किसी अन्य समस्या का सामना कर रहे हैं, तो आपको कुछ ज्योतिषीय उपाय करने चाहिए, क्योंकि कभी-कभी कुंडली में ग्रहों की स्थिति सही नहीं होने की वजह से बार-बार शादी टूट जाती है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती है। इन्हीं उपायों में से एक है विश्ववासु गंधर्व मंत्र (Vishwavasu Gandharva Mantra) का जाप। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विश्ववासु गंधर्व मंत्र का जाप करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होंगी। विश्ववासु गंधर्व मंत्र का जाप करने का सही तरीका क्या है, आइए जानते हैं…
विश्वावसु गंधर्व मंत्र
ॐ क्लीम् विश्वावसु गंधर्व कन्यानामधिपति।
सुवर्णा सालंकारा कन्यां देहि मे देव
ॐ विश्वावसुर्नामगं धर्वो कन्यानामधिपतिः.
स्वरूपां सालंकृतां कन्या देहि मे नमस्तस्मै॥
विश्वावस्वे स्वाहा॥’
इस विधि से जाप करें
विश्ववासु गंधर्व मंत्र का जाप करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इसके बाद विश्ववासु गंधर्व को 7 अंजुली जल चढ़ाएं और ऊपर बताए गए मंत्र का 108 बार जाप करें। सुबह के अलावा शाम को भी इस मंत्र की माला का जाप करें।
मंत्र जाप करते समय रखें इन बातों का ध्यान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विश्ववासु गंधर्व मंत्र का जाप पूरी तरह से गुप्त तरीके से करना चाहिए। तभी यह उपाय सफल हो सकता है और इसका पूरा लाभ मिल सकता है। इस मंत्र का जाप करते समय केवल घरवालों को ही इसकी जानकारी होनी चाहिए। इस बारे में किसी बाहरी व्यक्ति को बिल्कुल भी जानकारी न दें।
अगर आप इस मंत्र का जाप कर रहे हैं तो एक बात का ध्यान रखें कि सुबह के अलावा शाम को भी इसी तरह से इस मंत्र का जाप किया जाए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस मंत्र का लगातार एक महीने तक जाप करने से जल्द ही आपको अपनी पसंद की लड़की की प्राप्ति हो सकती है।
यह उपाय करें
इस मंत्र का शीघ्र लाभ पाने के लिए सोमवार के दिन किसी शिव मंदिर में जाकर दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह उपाय लगातार 16 सोमवार तक करना चाहिए। इस उपाय को करते समय इस बात का ध्यान रखें कि कोई आपको बाधित न करे। नहीं तो आपके उपाय में बाधा आ सकती है।
यह भी पढ़ें – Janmashtami 2022 Date: कब है जन्माष्टमी? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
यह भी पढ़ें – Guru Purnima 2022: कब है गुरु पूर्णिमा? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व