बता दें कि सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल की रात 12:15 बजे से शुरू होकर 1 मई को सुबह 4:7 बजे खत्म होगा। शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के बाद कुछ कार्य अवश्य करने चाहिए। इससे ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव को समाप्त किया जा सकता है। आइए जानें उनके बारे में।
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि सूर्य ग्रहण के बाद तुलसी के पौधे पर गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। इससे तुलसी का पौधा शुद्ध होता है।
मंदिर या पूजा घर में गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें। इससे घर में प्रवेश करने वाली नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है।
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ख्याल रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बच्चे पर भी पड़ता है। इसलिए ग्रहण समाप्त होने के तुरंत बाद स्नान कर लें।
ग्रहण के बाद तिल, चने की दाल का दान करें। ऐसा करने से जीवन की परेशानियों और परेशानियों से मुक्ति मिलती है।